स्टेज ने लॉन्च किया ‘हुक़ुम’ का म्यूज़िक

  स्टेज ने लॉन्च किया ‘हुक़ुम’ का म्यूज़िक: हर सुर में है ताकत, दर्द और कविता


 

स्टेज की ओरिजिनल राजस्थानी फिल्म के प्रीमियर से पहले दो दमदार गानों का लॉन्च, फिल्म 12 अप्रैल  से स्टेज पर स्ट्रीम होगी



जयपुर। ज़ोरदार तालियों और शानदार लाइव परफॉर्मेंस के साथ, भारत के प्रमुख क्षेत्रीय ओटीटी प्लेटफॉर्म स्टेज ने अपनी ओरिजिनल राजस्थानी फिल्म हुक़ुम का म्यूज़िक राजस्थान इंटरनेशनल सेंटर में लॉन्च किया।

इस मौके पर इंडियन आइडल फेम स्वरूप खान ने मंच पर फिल्म का टाइटल ट्रैक पेश किया, जिसमें उनकी एनर्जी और आवाज़ ने दर्शकों के पाँव थिरका दिए। इस गाने ने फिल्म की भव्यता और एक्शन थ्रिलर को पूरी तरह पेश किया। ठरकी छोकरो (पीके) और घूमर (पद्मावत) जैसे हिट्स के लिए मशहूर स्वरूप खान ने हुक़ुम के म्यूज़िक को एक और अलग ही स्तर पर पहुंचा दिया। 

भेरोगंज के वीरान इलाकों में एक हेलमेट पहने रहस्यमयी व्यक्ति — 'किलर' — का मकसद है अपराध की दुनिया के बेताज बादशाह 'हुक़ुम', को खत्म करना। निर्दयी और खतरनाक हुक़ुम सिर्फ एक खलनायक नहीं, बल्कि एक पूरा सिस्टम है। जब धोखा और बदला एक साथ आते हैं तो एक आदमी के अतीत का सब कुछ बिगाड़ सकते हैं। हुक़ुम 12 अप्रैल  से केवल स्टेज पर स्ट्रीम होगी।

इस मौके पर दो गानों का लॉन्च हुआ है — हुक़ुम टाइटल ट्रैक और राज दुलारी (लोरी) — जो फिल्म की भावनाओं को दिखाते हैं।

हुक़ुम टाइटल ट्रैक फिल्म के हीरो की फिल्मी यात्रा को दिखता है— इसमें उसका बदला, उसका गुस्सा, उसका संघर्ष दिखाया गया है।

एक ऐसा गाना बनाना चाहते थे जो हमारे हीरो का साहस और उसके सफर को दिखाए -जिसमें गुस्सा हो, बदला हो और एक उद्देश्य हो। गाने के बोलों को ध्यान से सुनेंगे तो कहानी खुद-ब-खुद सामने आएगी। इस गाने के हर पहलू को बड़े स्केल पर सोचा और तैयार किया गया, ताकि यह दर्शकों से दिल से जुड़े, और साथ ही फिल्म की कहानी और कमर्शियल अपील को संतुलित रखे। हमें इसके लिए एक दमदार और असरदार आवाज़ चाहिए थी — और स्वरूप खान से बेहतर कोई हो ही नहीं सकता था।

दूसरा गाना, राज दुलारी (लोरी), जिसे अमरेश सिन्हा ने गाया है, एक दिल को छू लेने वाली लोरी है, जो माता-पिता और बच्चों के बीच के रिश्ते की गहराई को बयां करती है। 

यह गाना हमारी फिल्म की आत्मा है। एक माँ-बाप और बच्चे के बीच का प्यार निस्वार्थ होता है। हमने महसूस किया कि राजस्थानी में एक ऐसी लोरी की कमी है जिसे माता-पिता रोज अपने बच्चों को सुना सकें — तो हमने उसे लिखा। हिमांशु के बोलों में हर वो बात है जो एक माँ या पिता अपने बच्चे से कहना चाहते हैं। जैसे-जैसे कहानी आगे बढ़ती है, यह लोरी भी एक गहरे, भावनात्मक रूप में बदलती है — जहाँ प्यार और विरह दोनों साथ चलते हैं।”

दोनों गानों को म्यूज़िक डायरेक्टर आदम्य परिहार ने तैयार किया है, जो फिल्म के भावनात्मक और संगीत पक्ष के प्रमुख स्तंभ हैं। उनके साथ कंपोज़र्स हिमांशु किरण शर्मा, कामिल हुसैन, और म्यूज़िक प्रोड्यूसर्स सौरभ हजारे और खुद आदम्य परिहार ने मिलकर संगीत को फिल्म की आत्मा से जोड़ा है।

फिल्म का निर्देशन किया है पंकज सिंह तंवर ने, जो पिता, रीस और राजस्थान की पहली वेब सीरीज़ सरपंच जैसे प्रोजेक्ट्स के लिए जाने जाते हैं। पंकज अपने यथार्थवादी और सिनेमाई दृष्टिकोण के लिए प्रसिद्ध हैं और उन्होंने एक बार फिर क्षेत्रीय कहानियों को नई रोशनी में पेश किया है।

विनय सिंघल, को-फाउंडर और सीईओ, स्टेज, ने कहा: “स्टेज का मिशन स्पष्ट  है — हर भारतीय बोली को उसका मंच देना। यही वजह है कि हम ‘हुक़ुम’ जैसी फिल्म ला रहे हैं, जो राजस्थानी भाषा और संस्कृति को प्रमोट करती है। राजस्थान के लोग इससे दिल से जुड़ेंगे क्योंकि यह उनकी ही भाषा में बनी है।

भारत में हज़ारों बोलियाँ हैं, लेकिन मुख्यधारा मनोरंजन में सिर्फ कुछ ही जगह बना पाती हैं। स्टेज इस सोच को बदल रहा है। हमारी हरियाणवी और राजस्थानी ओरिजिनल्स की सफलता से हमें पता चला है कि स्थानीय कहानियाँ दिलों को छूती हैं। ‘हुक़ुम’ हमारी इस यात्रा का अगला बड़ा कदम है — एक सच्ची और भावनात्मक कहानी है। आने वाले महीनों में हम और भी क्षेत्रों में विस्तार करेंगे और उन आवाज़ों को मंच देंगे, जो सुनाई जानी चाहिए। जब कहानियाँ हमारी भाषा में कही जाती हैं — हम जुड़ते हैं, अपनापन महसूस करते हैं, और एक साथ आगे बढ़ते हैं।”

फिल्म में मुख्य भूमिका में हैं संदीप शर्मा, जो एक प्रशिक्षित थिएटर अभिनेता हैं और टीवी, फिल्म और वॉइस वर्क में काफी अनुभव रखते हैं। महेंद्र की भूमिका में संदीप ने एक ऐसे व्यक्ति को जीवंत किया है जो अपने साथ हुए अन्याय का बदला लेने के लिए ‘किलर’ बन जाता है।

जैसे-जैसे लाशें गिरती हैं और सच्चाई सामने आती है, ‘हुक़ुम’ में पता लगता है कि क्या बदले से शांति मिलती या फिर ये भी उसी अँधेरे रास्ते पर ले जाता है जहाँ से इसकी शुरूआत हुई थी?

हुक़ुम 12 अप्रैल  से केवल स्टेज पर स्ट्रीम होगी। इसका म्यूज़िक अब सभी म्यूज़िक प्लेटफॉर्म्स पर उपलब्ध है।

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