जेडीए जोन-9 के अधिकारी ,कर्मचारी रिश्वत लेते धरे गए

 जेडीए जोन-9 के अधिकारी ,कर्मचारी रिश्वत लेते धरे गए 


जयपुर विकास प्राधिकरण का तहसीलदार, तीन गिरदावर, एक कनिष्ठ अभियंता, पटवारी एवं दलाल एक साथ अलग-अलग रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार



भू-रूपान्तरण हेतु मांगी गई लाखों की रिश्वत, 



आरोपियों से पूछताछ एवं ठिकानों की तलाशी जारी



जयपुर, 23 अगस्त। ए. सी. बी. मुख्यालय के निर्देश पर ए. सी. बी. की जयपुर नगर तृतीय इकाई द्वारा शुक्रवार को कार्यवाही करते हुये जयपुर विकास प्राधिकरण के लक्ष्मीकांत

गुप्ता तहसीलदार, श्रीमती रूकमणि गिरदावर (भू-अभिलेख निरीक्षक), रविकांत शर्मा गिरदावर (भू-अभिलेख निरीक्षक), विमला मीणा गिरदावर ( भू-अभिलेख निरीक्षक), खेमराज मीणा कनिष्ठ अभियंता श्रीराम पटवारी जेडीए जोन-9, जयपुर एवं दलाल महेश चंद मीणा ( प्राईवेट व्यक्ति) को परिवादी से अलग-अलग रिश्वत राशि लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।


भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि ए.सी.बी. की जयपुर नगर तृतीय इकाई को परिवादी द्वारा शिकायत दी गई कि उसकी जमीन के रूपान्तरण अन्तर्गत 90 - ए करवाने की एवज में जयपुर विकास प्राधिकरण जोन-9 के लक्ष्मीकांत गुप्ता तहसीलदार द्वारा 1 लाख रुपये, श्रीमती रूकमणि गिरदावर (भू-अभिलेख

निरीक्षक) द्वारा 1 लाख रुपये, रविकांत शर्मा गिरदावर (भू-अभिलेख निरीक्षक), खेमराज मीणा कनिष्ठ अभियंता द्वारा 40 हजार रुपये, श्रीराम शर्मा पटवारी द्वारा 20 हजार रुपये, विमला मीणा गिरदावर (भू-अभिलेख निरीक्षक) एवं उसके पति दलाल महेश चंद मीणा (प्राईवेट व्यक्ति) के माध्यम से कुल 13 लाख रूपये रिश्वत राशि की मांग कर परेशान किया जा रहा है ।


जिस पर एसीबी जयपुर के उप महानिरीक्षक पुलिस डॉ. रवि के सुपरवीजन में एसीबी की जयपुर नगर तृतीय इकाई के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक  हिमांशु कुलदीप के नेतृत्व में शिकायत का सत्यापन किया जाकर आज मय टीम के ट्रेप कार्यवाही करते हुए आरोपीगण लक्ष्मीकांत गुप्ता तहसीलदार को 50 हजार रुपये, श्रीमती रूकमणि गिरदावर (भू-अभिलेख निरीक्षक) को 20 हजार रुपये, खेमराज मीणा कनिष्ठ अभियंता जेडीए जोन-9, जयपुर को 40 हजार रुपये, रविकांत शर्मा गिरदावर (भू-अभिलेख निरीक्षक) को 20 हजार रुपये एवं श्रीराम शर्मा पटवारी को 20 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।


मामले में आरोपी विमला मीणा गिरदावर (भू-अभिलेख निरीक्षक) एवं दलाल महेश चंद मीणा (प्राईवेट व्यक्ति) को भी संलिप्तता के आधार पर मौके पर गिरफ्तार किया गया है।

रिश्वतखोरो की पूरी गैंग एक साथ


भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने शुक्रवार शाम तहसीलदार, जेईएन, पटवारी समेत 7 लोगों को रिश्वत लेते गिरफ्तार किया। ACB की टीम ने जयपुर विकास प्राधिकरण (JDA) के जोन नंबर-9 में छापेमारी की। टीम ने आरोपियों के कब्जे से रिश्वत के 1.50 लाख रुपए भी जब्त किए हैं। बताया जा रहा है कि आरोपियों ने पीड़ित से 13 लाख रुपए की डिमांड की थी। अंत में 1.50 लाख रुपए डील तय हुई। एडिशनल एसपी हिमांशु कुलदीप ने बताया- तहसीलदार लक्ष्मीकांत गुप्ता, जेईएन खेमराज मीणा, पटवारी रविकांत शर्मा, पटवारी विमला मीणा, गिरदावर रुकमणी (पटवारी का चार्ज), गिरदावर श्रीराम शर्मा और दलाल महेश मीणा को पकड़ा है। महेश पटवारी विमला का पति है, जो पूरी डील करवा रहा था। इनके पास से 1.50 लाख रुपए रिश्वत के मिले हैं। इसमें तहसीलदार को 50 हजार, जेईएन के 40 हजार और बाकी अन्य सभी में बांटे गए थे। इसके अलावा एसीबी टीम को एक लाख रुपए अलग से मिले हैं। इन सभी आरोपियों के घरों पर तलाशी चल रही है। जेडीसी ने निदेशक को दी थी चेतावनी हाल ही एक मीटिंग के दौरान जेडीसी मंजू राजपाल ने जेडीए के निदेशक (वित्त) को कमीशन के बारे में एक रिकार्डिंग भेजी थी। इसमें उन्होंने भरी मीटिंग में निदेशक को चेतावनी दी थी कि आगे से इस तरह की कोई शिकायत नहीं आनी चाहिए वरना एसीबी कार्रवाई करेगी। यह सुनते ही निदेशक सकते में आ गए थे। इसके बाद जोन 9 में एसीबी की कार्रवाई हो गई।


एसीबी की अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस श्रीमती स्मिता श्रीवास्तव के निर्देशन में आरोपी से पूछताछ तथा कार्यवाही जारी है। एसीबी द्वारा मामले में भ्रष्टाचार निवारण

अधिनियम के अन्तर्गत प्रकरण दर्ज कर अग्रिम अनुसंधान किया जायेगा ।

भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के महानिदेशक  डॉ. रवि प्रकाश मेहरड़ा ने बताया कि ए.सी.बी. के पास भ्रष्टाचार से संबंधित कई महत्वपूर्ण जानकारी एवं साक्ष्य मौजूद हैं। इन

सूचनाओं के आधार पर हम भविष्य में कड़ी कार्यवाही करने के लिये प्रतिबद्ध हैं ।

Comments

Popular posts from this blog

नाहटा की चौंकाने वाली भविष्यवाणी

नाहटा को कई संस्थाएं करेंगी सम्मानित

टी- 20 वर्ल्ड कप का विजेता भारत बन सकता है- दिलीप नाहटा