नर्सेज का आंदोलन हुआ तेज

                 नर्सेज का आंदोलन हुआ तेज 



राज्य के दोनो प्रमुख नर्सेज संगठनों ने की संयुक्त संघर्ष की घोषणा 


1 जुलाई को सवाई मानसिंह चिकित्सालय के नर्सेज करेंगे 2 घंटे विरोध प्रदर्शन 

जयपुर 23 जून। राजस्थान के दोनो प्रमुख नर्सेज संगठन राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन एवम राजस्थान राज्य नर्सेज एसोसिएशन एकीकृत  समेत कई संगठनों ने शुक्रवार को जेएमए सभागार में संयुक्त बैठक आयोजित कर राज्यव्यापी संयुक्त संघर्ष का ऐलान किया है।

         राजस्थान नर्सेज एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष प्यारे लाल चौधरी, नरेंद्र सिंह शेखावत , राजस्थान राज्य नर्सेज एसोसिएशन एकीकृत के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र राणा, भूदेव धाकड़ ने बैठक के बाद संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज्य स्तरीय राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति की घोषणा की एवम कहा  कि एक और  मुख्यमंत्री  एवं चिकित्सा मंत्री  सार्वजनिक मंचों से नर्सेज कोरोना वॉरियर्स की सेवाओं की तारीफ करते हुए नहीं थकते तथा मांग करो हम पूरी करेंगे का भरोसा दिलाते हैं वही दूसरी ओर नर्सेज की लंबित 11 सूत्रीय जायज मांगों की ओर लंबे समय से लगातार ज्ञापन एवं  ध्यानाकर्षण प्रदर्शनों के बावजूद गौर प्रशासनिक उदासीनता के चलते साढे चार वर्ष बीत जाने के बाद भी निर्णय कार्यवाही नहीं होने से राज्य के आपातकालीन नर्सेज संवर्ग को सड़कों पर उतरने के लिए विवश होना पड़ रहा है जो दुर्भाग्यपूर्ण है। 

उन्होंने बताया कि राज्य में नर्सिंग अधिकारी,  नर्सिंग ट्यूटर एवं एएनएम एलएचवी वर्ग के सभी पदनामो में केंद्र ही नहीं बल्कि दिल्ली उत्तर प्रदेश बिहार हिमाचल प्रदेश हरियाणा इत्यादि पड़ोसी राज्यों की तुलना में मूल वेतन में ही 7100 से ₹22700 प्रतिमाह जैसी घोर विसंगति व्याप्त है वही हाल ही बजट घोषणा 2023 में 9, 18 ,27 वर्ष पर उच्च पदोन्नति पद का वेतनमान देने संबंधी एसीपी घोषणा अनुसार नर्सेज का मूल वेतन 27 वर्ष सेवा पर राज्यसेवा के ही कनिष्ठ अभियंता, सब इंस्पेक्टर , द्वितीय श्रेणी शिक्षक,  लेखा अधिकारी इत्यादि से भी दो से तीन पे लेवल डाउन होने जैसे आर्थिक विषमता असहनीय है।

एक और राज्य में 99% नर्सेज कर्मी पर्याप्त उच्च पदोन्नति नहीं होने से 36 वर्ष की सेवा के बाद एक ही पदोन्नति से सेवानिवृत्त हो रहे हैं वही बीएससी एमएससी नर्सिंग डिग्री धारी उच्च योग्यता धारी नर्सेज को मात्र ₹7900 जैसे अति अल्प मानदेय पर प्लेसमेंट एजेंसीज के माध्यम से मेडिकल कॉलेज स्तर पर की जाने वाली शोषणकारी भर्तीया, नर्सिंग ट्यूटर एएनएम वर्ग के पदनाम परिवर्तन  इत्यादि 11 सूत्रीय लंबित मांगों को लेकर राज्य भर के नर्सेज संवर्ग में रोष व्याप्त है। इसलिए आज राज्य स्तरीय राजस्थान नर्सेज संयुक्त संघर्ष समिति का गठन किया गया है जिसका शीघ्र ही राज्य स्तरीय संयुक्त बैठक बुलाकर सभी नर्सेज लीडर्स के सहयोग से प्रदेश ,जिला ,ब्लॉक स्तर तक विस्तार किया जाएगा।

      नवगठित संघर्ष समिति के प्रदेश सलाहकार राम सज्जन यादव एवं महासचिव कैलाश शर्मा ने बताया कि आज हुई बैठक में अविलंब राज्य सरकार को संयुक्त मांग पत्र प्रेषित करने तथा जयपुर जिला संघर्ष समिति का गठन कर 1 जुलाई शनिवार को सवाई मानसिंह चिकित्सालय के नर्सेज कर्मी प्रातः 8:30 से 10:30 तक अधीक्षक द्वार पर विरोध प्रदर्शन करते हुए गेट मीटिंग कर आगामी राज्य व्यापी आंदोलन की रणनीति की घोषणा करेंगे।

      शुक्रवार को हुई संयुक्त बैठक में मौजूद प्रमुख नर्सेज पदाधिकारियों में नर्सिंग टीचर एसोसिएशन ऑफ इंडिया के प्रदेश अध्यक्ष पुरुषोत्तम कुंभज प्रदेश कोषाध्यक्ष ओमप्रकाश मेघवाल, एएनएम एलएचवी प्रदेश संघर्ष संयोजक अनिता मेहरा, अनेश सैनी ताराचंद जांगिड़ राजेंद्र शेखावत, सुभाष नेहरा , मदन लाल बुनकर,  रमेश सैनी , संजीव यादव , महिपाल सामोता , सोमसिंह मीना, मनोज मीणा डुब्बी , मालती शर्मा,  केके यादव , बीपी सिंह , पवन सोनी,  यजुवेंद्र यादव ,राकेश सैनी , गोविंद शर्मा, रतनलाल झांझरिया, सुनील शर्मा ,  अशफाक नकवी , शारदा निनामा , मोरध्वज सिंह,  रतन सिंह शेखावत समेत सैकड़ों कार्यकर्ता पदाधिकारी शामिल थे।

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