राष्ट्र निर्माण में प्रबोधको की भूमिका महत्वपूर्ण : मुख्यमंत्री
राष्ट्र निर्माण में प्रबोधको की भूमिका महत्वपूर्ण : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री आवास पहुंचकर प्रबोधक संघ के प्रदेश अध्यक्ष ने पुरानी सेवा की गणना पेंशन परिलाभ में कर प्रबोधको कि 50% पेंशन सुनिश्चित करने व वरिष्ठ प्रबोधक के रूप में सम्मानजनक पदोन्नति कर उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक अथवा उच्च माध्यमिक विद्यालय के विषय अध्यापक के रूप में पदस्थापन देने की मांग की। इस अवसर पर बोलते हुए माटी कला बोर्ड के अध्यक्ष डूंगरराम गेदर ने वर्तमान सरकार को कर्मचारी हितों की रक्षा करने व प्रत्येक कर्मचारी वर्ग का हितैषी बताया।
इस अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रबोधको की समस्त जायज मांगों को पूरा करने का आश्वासन देते हुए प्रबोधको का नाम परिवर्तन करने, पुरानी सेवा की गणना सेवाकाल में जोड़ने व सम्मानजनक पदोन्नति की मांगों को शीघ्र पूरा कर कर्मचारियों को सरकार से राहत देने की बात कही। इस अवसर पर बोलते हुए धर्मेंद्र राठौड़ ने मुख्यमंत्री द्वारा पुरानी पेंशन लागू करने पर पूरे भारत के कर्मचारियों का मसीहा बताते हुए जल्द कर्मचारियों को सरकार द्वारा उनकी लम्बित मांगों को पूरा करने के व शिक्षा विभाग में नवाचार करने पर बल दिया।
इस अवसर पर बोलते हुए राजस्व मंत्री रामलाल जाट ने प्रबोधकों को सरकार की रीड की हड्डी बताते हुए मुख्यमंत्री द्वारा लागू योजनाओं को आम जन तक पहुचाने में सहयोग करने व प्राथमिक शिक्षा को मजबूत करने के लिए जागरूकता अभियान चलाकर शिक्षा की अलख जगाकर राष्ट्र निर्माण में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने का आह्वान किया।
इस अवसर पर प्रबोधक संघ के महामंत्री विकास शर्मा, मोहनलाल ऐचरा, रमेश शर्मा, मोहम्मद यूसुफ नकवी, करणवीर सिंह ढिल्लों, केसर लाल जाट, हनीफ खान, कन्हैया लाल बेरवा, महेंद्र भगत, शंभू दयाल शर्मा, नूतन तिवारी, हरपाल यादव, शिवपाल मूंड, गोपाल लाल धाकड़, कमला कस्वां, उषा भाकर, महेश शर्मा, राजेश सांवरिया, राजाराम जांगिड़, विक्रम सिंह सायावत,लेखराज जांगिड़, विजय चौधरी, सुरेश यादव, नवल गुर्जर, जुगल किशोर धाभाई, सोहन काठात, महेंद्र सिंह भादरा, प्रेमराज थोरी, ममता शर्मा, सुशीला, दिनेश जैन आदि उपस्थित थे।
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