एसीबी ने अपने ही रिकार्ड को तोड़ा
एसीबी ने अपने ही रिकार्ड को तोड़ा
डीजी बी एल सोनी सेवानिवृत्त
वर्ष-2022 की वार्षिक रिपोर्ट पेश
जयपुर। राजस्थान में भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो ने वर्ष 2022 की वार्षिक रिपोर्ट शनिवार को पेश की। एसीबी ने पिछले 3 साल में डेढ़ गुना ट्रेप की अधिक कार्यवाही की। विभाग के डीजी बी एल सोनी ने साल-2022 की रिपोर्ट मीडिया के सामने पेश की। इसके बाद डीजी बी एल सोनी का रिटायर्मेंट का कार्यक्रम आयोजित किया गया।
सोनी ने बताया कि भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो में इस वर्ष कुल 511 प्रकरण भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम (पी.सी. एक्ट) में दर्ज किये गए, जिनमें 465 ट्रेप, 19 पद के दुरूपयोग तथा 27 आय से अधिक सम्पत्ति के प्रकरण शामिल हैं। उक्त प्रकरणों में राजस्व, पुलिस, पंचायत, ऊर्जा विभाग, स्वायत्त शासन विभाग आदि प्रमुख है।
ट्रेप के कुल दर्ज 465 प्रकरणों में से 67 प्रकरण राजपत्रित अधिकारीगण एवं 398 प्रकरण अराजपत्रित कर्मचारीगण के विरूद्ध दर्ज किये गये। उक्त प्रकरणों में कुल 493 आरोपियों को गिरफ्तार किया गया जिनमें 16 लोक सेवक भारत सरकार के है।
पद के दुरूपयोग के कुल 19 प्रकरण दर्ज किये गए। इन प्रकरणों में 11 प्रकरण राजपत्रित अधिकारीगण एवं 08 प्रकरण अराजपत्रित कर्मचारीगणों के विरूद्ध दर्ज किये गये।
आय से अधिक सम्पत्ति के कुल 27 प्रकरण दर्ज किये गए, इन प्रकरणों में 15 प्रकरण राजपत्रित अधिकारीगण एवं 12 प्रकरण अराजपत्रित कर्मचारीगणों के विरूद्ध दर्ज किये गये।
विगत वर्षों में दर्ज प्रकरणों की तुलनात्मक स्थिति इस प्रकार हैः-
YEAR TRAP D.A. M.O. TOTAL
2020 313 16 34 363
2021 430 29 42 501
2022 465 27 19 511
इस वर्ष 278 परिवादों एवं 37 प्राथमिक जांचों में अंतिम निर्णय लिया गया।
ब्यूरो मुख्यालय पर विभिन्न अनुसंधान अधिकारियों से प्राप्त प्रतिवेदनों पर 625 प्रकरणों में निर्णय आदेश पारित किये गये। ब्यूरो मुख्यालय से जारी निर्णय आदेशों के अनुक्रम में कुल 610 प्रकरणों में सम्बंधित न्यायालय में अंतिम निर्णय (चालान एवं एफ.आर.) प्रस्तुत किये गये।
ब्यूरो में ट्रªेप प्रकरणों का मुख्यालय स्तर पर निर्णय में औसत समय का तुलनात्मक विवरणः-
वर्ष औसत समय (दिवस में)
2020 219
2021 123
2022 87
विगत वर्षोे में किये गये प्रकरणों का तुलनात्मक अंतिम निस्तारण इस प्रकार हैः-
YEAR TRAP D.A. M.O. TOTAL
2020 230 5 50 285
2021 444 17 114 575
2022 454 33 117 604
एसीबी न्यायालय द्वारा वर्ष 2022 में निस्तारित प्रकरण
विभिन्न एसीबी न्यायालयों द्वारा वर्ष 2022 में कुल 233 प्रकरणों का निस्तारण किया गया है, जिनमें से 109 प्रकरणों में आरोपीगण को कारावास/जुर्माने से दण्डित किया गया है। न्यायालयों द्वारा निस्तारित प्रकरणों में कुल 132 लोक सेवकों एवं 12 प्राईवेट व्यक्तियों (दलाल) को दण्डित किया गया है। इस प्रकार वर्ष 2022 में सजा का प्रतिशत 51.17 रहा है।
नवाचारः-
प्रचार अभियान
आमजन को भ्रष्टाचार के विरूद्ध जागरूक करने के लिए भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टोल-फ्री हैल्पलाईन नम्बर 1064 एवं व्हाट्सएप हैल्पलाईन नम्बर 94135-02834 का तहसील एवं ग्राम स्तर तक प्रचार प्रसार किया जा रहा है। उक्त माध्यम से प्राप्त सूचना/शिकायतों का सक्षम स्तर से माॅनिटरिंग की जा रही है। इस सम्बंध में उल्लेखनीय है कि ब्यूरो द्वारा वर्ष 2022 में टोल फ्री हैल्पलाईन नं. 1064 से प्राप्त सूचना/शिकायतों के फलस्वरूप 67 प्रकरण एवं 02 आकस्मिक चैकिंग तथा व्हाट्सअप हैल्पलाईन नं. 94135-02834 से प्राप्त सूचना/शिकायतों के फलस्वरूप 37 प्रकरण पंजीबद्ध किये गये।
ग्राम सजग योजना
इस योजना का प्रमुख ध्येय सजग ग्राम को भ्रष्टाचार से मुक्त बनाये रखने के लिए जागरूक करना तथा राज्य व केन्द्र सरकार की कल्याणकारी योजनाओं से ग्रामवासियों को अवगत करवाकर प्रत्येक योग्य जन को चिन्हित कर योजनाओं का लाभ दिलवाना है।
भ्रष्टाचार के विरूद्ध शुरू किये गये अभियान के अनुक्रम में ब्यूरो मुख्यालय द्वारा प्रत्येक युनिट स्तर पर ’ग्राम सजग योजना’ की शुरूआत की गई है। इस योजना के तहत प्रत्येक युनिट द्वारा एक गांव का चयन कर सम्बंधित आमजन को भ्रष्टाचार के विरूद्ध जागरूक कर उन्हें अपने अधिकारों व हितों के सम्बंध में जानकारी प्रदान कर अन्य विभागों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए सरकारी योजनाओं से लाभान्वित किया जाना है। इस क्रम में ब्यूरो द्वारा 51 ग्रामों का चयन कर कार्य किया जा रहा है।
ए.सी.बी. आपके द्वार
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा परिवादी पक्ष से व्हाट्सअप 9413502834 अथवा हैल्पलाईन 1064 से प्राप्त शिकायत/सूचना पर संबंधित अधिकारी को परिवादी से तुरंत सम्पर्क कर उसके पास पहुंच कर यथोचित कार्यवाही करने की शुरूआत की गई है।
सुलभ जन सुनवाई
एसीबी मुख्यालय पर कार्यालय समय के दौरान ओपन डोर पाॅलिसी के तहत परिवादीगण व आरोपीगण के क्रमशः परिवाद व अभ्यावेदन पर न्यायोचित कार्यवाही की गई। विभिन्न जिलों में जन संवाद के दौरान परिवादीगण व आमजन से बिना किसी रोक टोक के सीधे जन सुनवाई की गई और उनकी परिवेदनाओं पर उचित कार्यवाही अमल में लाई गई।
अभियोजन स्वीकृति एवं बजटीय प्रावधान
राज्य सरकार की भ्रष्टाचार के विरूद्ध जीरो-टाॅलरेन्स की नीति की प्रतिबद्धता के फलस्वरूप 804 आरोपियों के संबंध में अभियोजन स्वीकृति निर्णय किये गये जो ब्यूरो की स्थापना के बाद सर्वाधिक है। यह सरकार की भ्रष्टाचार के विरूद्ध दृढ़ता को परिलक्षित करता है।
अभियोजन स्वीकृति का अभियुक्तवार तुलनात्मक विवरणः-
वर्ष कुल निर्णय स्वीकृति मनाही
2020 307 264 43
2021 590 518 72
2022 804 708 96
वर्ष 2018 के संशोधित पी.सी. एक्ट के बाद पद के दुरूपयोग की जांच कार्यवाही हेतु 17 ए पी.सी. एक्ट के तहत सम्बंधित विभागाध्यक्षों को 561 प्रस्ताव ब्यूरो की ओर से भिजवाये गये। जिनमें से 53 मामलों में इन्कार तथा 44 मामलों में पूर्वानुमोदन प्राप्त हुआ, शेष 464 प्रस्ताव अभी लम्बित है।
मुख्यमंत्री द्वारा की गई बजट घोषणा वर्ष 2021-2022 के अनुरूप 1 करोड़ राशि के रिवाॅल्विंग फण्ड की स्थापना एक ऐतिहासिक कदम रहा। वर्ष 2022 में ब्यूरो को राशि रू0 50.00 लाख राज्य सरकार से प्राप्त हुए, जिसमें से 57 परिवादियों को 41,89,900/- का पुनर्भरण रिवाॅल्विंग फण्ड के अन्तर्गत किया जा चुका है।
ब्यूरो में नवीन कार्मिकों का इण्डक्शन
ब्यूरो में वर्ष 2022 में 12 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 19 पुलिस निरीक्षक, 5 उप/सहायक उप निरीक्षक, 44 हैंड कानि./कानि. सहित कुल 73 पदों पर नवीन इण्डक्शन किया गया जिससे ब्यूरो में ट्रेप कार्यवाही व मामलों के निस्तारण में तेजी आई। इसी प्रकार वर्ष के दौरान प्रशासनिक कारणों से स्थानान्तरण व कार्योत्पादकता के आंकलन के पश्चात् 6 अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, 7 उप अधीक्षक पुलिस, 11 निरीक्षक पुलिस व 71 कानिस्टेबल सहित 98 कार्मिकों द्वारा उनके मूल पदस्थापन/यूनिट पर स्थानांतरित किया गया।
महत्वपूर्ण कार्यवाहियां
1. दिनांक 08.01.2022 को वित्तीय सलाहकार, नगर निगम ग्रेटर, जयपुर एवं अन्य के द्वारा नगर निगम ग्रेटर के टेण्डर प्रदान करना, कार्य के निरीक्षण, माप तथा बिलों का भुगतान किये जाने के लिए अलग-अलग ठेकेदारों से कमीशन के रूप में राशि प्राप्त करने के आरोपों पर जांच कार्यवाही की गई जिसके दौरान लगभग 27 लाख रूपये की बरामदगी कर्मचारियों व प्राईवेट व्यक्तियों से की गई जिस पर अभियोग दर्ज किया गया।
2. दिनांक 17.01.2022 को तहसीलदार, तहसील भीलवाडा, जिला भीलवाडा एवं अन्य के द्वारा लोगों से उनके कार्य करवाने कि एवज मंे वाट्सएप से काॅल कर अपने पुत्र के बताये अनुसार अन्य बैंक खाते में 3,00,000 रू बतौर रिश्वत प्राप्त करने की एवज में गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
3. दिनांक 16.02.2022 को सहायक निदेशक, उद्यान, बंूदी को परिवादी से उसके द्वारा किये गये 217 सोलर कनेक्शन में से प्रति कनेक्शन 4,000 रू की मांग करने पर कुल 2,50,000 रू की रिश्वत लेते गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
4. दिनांक 18.02.2022 को वार्ड पार्षद, वार्ड नं0 30, नगर परिषद, अलवर, जिला अलवर एवं अन्य के द्वारा नगर परिषद, अलवर में ठेकेदारों को वर्क आॅर्डर दिलवाने की एवज में लोकसेवकों के लिए 5,15,000 रू रिश्वत राशि लेते हुये गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
5. दिनांक 28.02.2022 को उपायुक्त, वाणिज्य कर विभाग, भीलवाडा (अति0 आयुक्त जीएसटी) एवं अन्य के द्वारा भीलवाडा के व्यापारियों एवं ट्रान्सपोटर्स को वाणिज्य कर में फायदा पहुचाने केे लिए मासिक बन्धी के रूप में 4,00ं,000 रूपये बतौर रिश्वत राशि प्राप्त करते हुये गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
6. दिनांक 01.03.2022 को ग्राम विकास अधिकारी, ग्राम पंचायत डांगरा अति0 कार्यभार ग्राम पंचायत सायला, पंचायत समिति सायला, जिला जालौर एवं अन्य को परिवादी से काम्पलेक्स पर निर्माण कार्य करवाने की एनओसी जारी करने की एवज में 1,50,000 रू रिश्वत राशि लेते गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
7. दिनांक 21.03.2022 को सूत्र सूचना पर आकस्मिक चैकिंग की जाकर उपखण्ड अधिकारी, कार्यालय उपखण्ड अधिकारी बेंगू, जिला चित्तौडगढ एवं अन्य द्वारा चारभुजा मन्दिर से संबंधित एक वाद में शीघ्र निस्तारण एव निर्णय लेने की एवज में 3,00,000 रू रिश्वत राशि प्राप्त करने पर प्रकरण दर्ज किया गया।
8. दिनांक 08.04.2022 को सी.ई.ओ. एवं परियोजना निदेशक, बायेफ्यूल प्राधिकरण एवं पदेन संयुक्त सचिव गा्रमीण विकास विभाग, योजना भवन जयपुर व अन्य द्वारा परिवादी से फर्म के लाईसेंस नवीनीकरण की एवज 5,00,000 रू रिश्वत राशि लेते गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
9. दिनांक 11.04.2022 को सूत्र सूचना एवं अन्तावरोध वार्ताओं से परिवहन निरीक्षक, कार्यालय जिला परिवहन अधिकारी कर संग्रहण केन्द्र, शाहजहांपुर, अलवर व अन्य के द्वारा चैक पोस्ट से गुजरने वाले व्यवसायिक वाहनों से लाखों रू की अवैध वसूली करना पाया जाने पर कुल 13 आरोपियों व अन्य के विरूद्ध अभियोग पंजीबद्ध किया गया।
10. दिनांक 13.04.2022 को अधिशाषी अभियंता, सार्वजनिक निर्माण विभाग, रा.उ.मा. खण्ड पाली द्वारा परिवादी से उसके कंपनी कार्य में अवरोध पैदा कर कार्य को सुचारू रूप से संचालित करने एवं कंपनी की हैण्ड रिसिप्ट रिलीज करने की एवज में 13,00,000 रू रिश्वत राशि लेते गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
11. दिनांक 25.04.2022 को तत्कालीन जिला कलेक्टर, अलवर व अन्य द्वारा परिवादी से उसकी कंपनी द्वारा नेशनल हाईवे नं. 148 एवं दिल्ली-बडोदरा एक्सप्रेस वे ग्रीन फील्ड सडक निर्माण कार्य को निर्बाध रूप से चलने देने की एवज में मासिक बंधी मांगकर 5,00,000 रू की रिश्वत प्राप्त करने पर गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
12. दिनांक 06.05.2022 को कुलपति, राजस्थान तकनीकी विश्वविद्यालय, कोटा द्वारा परिवादी से उसका काॅलेज चलने देने की एवज में 5,00,000 रू रिश्वत राशि लेते हुये गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
13. दिनांक 14.05.2022 को कनिष्ठ सहायक, कार्यालय उप पंजीयक, जालौर द्वारा परिवादी से भूखण्ड के रजिस्ट्रीकरण करने की एवज में 5,00,000 रू रिश्वत राशि लेते हुये गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
14. दिनांक 21.05.2022 को वित्तीय सलाहकार, सवाई मानसिंह अस्पताल, जयपुर व अन्य द्वारा परिवादी केे बिल पास करवाने की एवज में 15,60,000 रू प्राप्त करने पर जरिये सूत्र सूचना के अभियोग पंजीबद्ध किया गया।
15. दिनांक 15.06.2022 को अधीक्षक, केन्दी्रय वस्तु एवं सेवाकर आयुक्तालय, एन्टी एवीजन विंग, अलवर एवं अन्य के द्वारा परिवादी से उसकी रीको औद्योगिक क्षेत्र, भरतपुर स्थित आॅयल मिल पर 9 करोड रूपये का फर्जी स्टाॅक बताकर परिवादी को धमकाकर 4 लाख रूपये प्राप्त कर लिये जिनको एसीबी द्वारा शिकायत प्राप्त होने पर गाडी को रूकवाकर चैक किया व मौके पर 4 लाख रूपये बरामद कर परिवादी से रिपोर्ट प्राप्त होने पर अभियोग पंजीबद्ध किया गया।
16. दिनांक 18.06..2022 को पुलिस निरीक्षक, धम्बोला, जिला डंूगरपुर एवं थानाधिकारी, पुलिस थाना कोतवाली, जिला डूंगरपुर एवं अन्य के द्वारा परिवादी से उसकी शराब के ठेके को सुचारू रूप से चलने देने एवं कानूनी कार्यवाही नहंी करने एवं पूर्व में दर्ज अभियोगांे में मदद करने की एवज में 8,30,000 रूपये रिश्वत राशि प्राप्त करते हुए गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
17. दिनांक 24.06.2022 को पार्षद, वार्ड नं0 29, भीलवाडा के द्वारा परिवादी के पक्ष मंे जारी वर्क आॅर्डर का कार्य चालू करवाने एवं काम बन्द नहीं करवाने की एवज में 1.20 लाख का चैक एवं 30,000 रूपये रिश्वत राशि नगद प्राप्त करते गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
18. दिनांक 30.06.2022 को रेेजीडेन्ट मैनेजर (अधिशाषी अभियंता), राजस्थान शहरी पेयजल, सिवरेज एवं आधारभूत संरचना योजना नि0 लि0 (रूडसिको), जयपुर के द्वारा परिवादी से, परिवादी द्वारा रविन्द्र मंच जयपुर में सन 2017 मंे किये गये रेनोवेशन कार्य के बिल पास करने की एवज में 5,07,000 रू रिश्वत राशि (जिसमें 1.57 हजार रूपये भारतीय मुद्रा एंव 3.50 लाख रूपये डमी करेन्सी) प्राप्त करते गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
19. दिनांक 09.09.2022 को चिकित्सा अधिकारी, प्रभारी सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र पीलीबंगा, जिला हनुमानगढ द्वारा परिवादी से चोट प्रतिवेदन गम्भीर प्रकृति का बनाने की एवज में 1,25,000 रू प्राप्त किये गये थे। एसीबी में शिकायत होने के उपरान्त फोनपे के द्वारा 80,000रू वापस परिवादी को लौटाये जाने पर गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
20. दिनांक 24.09.2022 को ब्लाॅक विकास अधिकारी, राजगढ द्वारा परिवादी से पंचायत समिति राजगढ परिक्षेत्र में हेडपम्प/ट्यूबवैल निर्माण कार्यों के बिलों का भुगतान करवाने की एवज में दलालों द्वारा 5,00,000रू कि रिश्वत राशि लेते गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
21. दिनांक 27.09.2022 को मुख्य अभियंता-शहरी (एन.आर.डब्ल्यू.), जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग, जयपुर, राज0 एवं अन्य के द्वारा आपसी मिलीभगत कर फर्म मैसर्स आर.ए.एस.सी. इन्फ्राटेक डवलपर्स, अजमेर से पम्प हाउस एवं पाईप लाईन के कार्यों के 32 करोड रूपये के टेण्डरों को सबलेट करने की एवज में कमीशन के रूप में रिश्वत राशि 10,40,000 रूपये प्राप्त करते गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
22. दिनांक 12.10.2022 को अधिशाषी अधिकारी, नगर पालिका खेडली, जिला अलवर द्वारा परिवादी से उसकी दुकानों को अवैध बताकर उन्हे नहीं तोड़ने तथा रिपोर्ट परिवादी के पक्ष में देने की एवज में रिश्वत राशि 5,00,000 रू लेते गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
23. दिनांक 20.10.2022 को पटवारी, पटवार हल्का पूजला, तहसील व जिला जोधपुर द्वारा परिवादी से जमीन का म्यूटेशन करने, जमीन की तरमीम कराने एवं गिरदावरी, जमाबन्दी, नक्शाट्रेस देने की एवज में 25,21,000 रू (25 लाख डमी करेन्सी के नोट एवं 21 हजार रूपये भारतीय मुद्रा के नोट) रिश्वत राशि लेते गिरफ्तार कर प्रकरण दर्ज किया गया।
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