स्वर्ण नगरी जैसलमेर बनी सियासत का नया केन्द्र
स्वर्ण नगरी जैसलमेर बनी सियासत का नया केन्द्र जयपुर 31, जुलाई l राजस्थान में चल रहे सियासी संकट बीच गुलाबी नगरी से स्वर्णनगरी गर्माती सियासत का नया केंद्र बन गई है l गहलोत गुट के 53 विधायक 3 चार्टर प्लेन से जयपुर से जैसलमेर रवाना हो गए है l बाकी विधायकों को दूसरे राउंड में भेजा जाएगा. ऐसे में अब आगामी दो सप्ताह के लिए प्रदेश की सियासत का नया हॉट-स्पॉट राजधानी जयपुर के स्थान पर पश्चिमी राजस्थान में भारत-पाक बॉर्डर पर स्थित जैसलमेर होगा l 14 अगस्त को विधानसभा सत्र की तारीख तय होने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने अपने विधायकों को होटल में ही ठहरने के निर्देश दिए हैं. सत्र शुरू होने तक केवल मंत्री ही होटल के बाहर कामकाज निपटाने के लिए सचिवालय जा सकेंगे l मुख्य सचेतक महेश जोशी और महेंद्र चौधरी ने पूरी जिम्मेदारी संभाल रखी:
सूत्रों की मानें तो विधायकों को जैसलमेर के सूर्यगढ़ ले जाया जा सकता है. यहां पुलिस सुरक्षा भी बढ़ा दी गई है. इससे पहले विधायकों की उदयपुर रवाना होने की भी सूचना आई थी. कुछ विधायकों ने उदयपुर का सुझाव दिया था लेकिन विधायकों को उदयपुर ले जाने का कार्यक्रम टल गया है. ऐसे में अब विधायक जैसलमेर के लिए ही रवाना हुए. इसके लिए महेश जोशी और महेंद्र चौधरी ने पूरी जिम्मेदारी संभाल रखी है. सूर्यागढ़ होटल में 90 कमरे बुक होने की खबर है l
वहीं मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के भी जैसलमेर जाने की संभावना है. सीएम गहलोत विधायकों के दूसरे दल के साथ जैसलमेर के लिए रवाना हो सकते हैं. प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे के साथ जाने का भी क्रार्यक्रम है. हालांकि देर शाम या कल सुबह मुख्यमंत्री के जयपुर लौटने की संभावना है l
गुरुवार की बैठक में सभी विधायकों से कहा गया था कि 14 अगस्त तक आपको होटल में ही रहना होगा, लोकतंत्र बचाने के लिए ऐसा करना जरूरी है. साथ ही कहा गया था कि त्योहार भी आप यहां अपने परिवार के साथ मना सकते हैं. ऐसे में अब विधायकों को शिफ्ट करने की बात सामने आ रही हैl
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