बिजली विभाग के कर्मियों को भी मिले कर्मवीर का दर्जा
बिजली विभाग के कर्मियों को भी मिले कर्मवीर का दर्जा
जयपुर ,चिकित्सा एवं पुलिस विभाग के समान ही विद्युत निगमों के अभियंता व तकनीकी कर्मचारियों को पुलिस व चिकित्सा विभाग की भांति वेतन स्थगन से अलग रखते हुए एवं कोरोना कर्मवीर का दर्जा देते हुए 50 लाख रुपये वाली बीमा योजना में शामिल किया जाये।इस बाबत राजस्थान विधुत तकनीकी कर्मचारी एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष पृथ्वी राज गुर्जर ने मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री ,पांचों विद्युत निगमों के अध्यक्ष/ प्रबंध निदेशक महोदय का ध्यान आकर्षित करने के क्रम में विज्ञप्ति जारी कर बताया कि मुख्यमंत्री द्वारा राजस्थान प्रदेश के चिकित्सा एवं पुलिस विभाग के स्थाई और संविदा कर्मियों के लिए कोरोना संक्रमण की स्थिति में उनके लिए राशि 50 लाख रुपए की बीमा की घोषणा की है वेतन स्थगन आदेश से मुक्त रखा गया है मगर अफसोस की बात है कि बिजली विभाग अति आवश्यक सेवाओं में माना जाता रहा है उस विभाग को वेतन स्थगन में शामिल करना बिजली अभियंता व बिजली तकनीकी कर्मचारियों के आत्मसम्मान को ठेस पहुंचाने जैसा है इससे भी ज्यादा आश्चर्य जनक है कि 50 लाख रुपए के बीमा पॉलिसी में भी विद्युत विभाग के बिजली अभियंता व बिजली तकनीकी कर्मचारियों का जिक्र तक नहीं किया गया आपका ध्यान इस और आकर्षित करना चाहता हूं कि जिस विद्युत विभाग के बिना हम लोग लोग डाउन के सफल होने की भी कल्पना नहीं कर सकते हैं विद्युत विभाग के बिना अन्य विभाग सब अधूरे हैं कोरोना संक्रमण के लोग डाउन के दौरान भी बिजली विभाग के RVUNL, RVPNL, JVVNL, AVVNL, JDVVNL, के अभियंता व तकनीकी कर्मचारी भी पुलिस विभाग व चिकित्सा विभाग के समान ही 24×7 अपनी ड्यूटी पर तैनात है तथा जनता को सुचारू रूप से बिजली पहुंचाने हेतु आपकी सेवाएं 24×7 लगातार दे रहे हैं ।
इलेक्ट्रॉनिक एवं प्रिंट मीडिया के माध्यम से मुख्यमंत्री, ऊर्जा मंत्री, पांचों विद्युत निगमों के अध्यक्ष/प्रबंध निदेशक महोदय का ध्यान आकर्षित कर विद्युत निगमों के बिजली अभियंता व बिजली तकनीकी कर्मचारी को पुलिस व चिकित्सा विभाग की भांति वेतन स्थगन से अलग करते हुए कोरोना कर्मवीर का दर्जा देते हुए 50 लाख रुपये वाली बीमा योजना में शामिल किया जाने का निवेदन करता हूं ।
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