सिंजारा रहा फीका उद्यापन करने वाली महिलाओं को हुई निराशा
*सिंजारा रहा फीका, उद्यापन करने वाली महिलाओं को हुई निराशा*
*कोरोना महामारी के चलते गणगौर का मेला हुआ स्थगित*
*महिलाओं व बालिकाओं ने घर पर ही पूजी गणगौर*
फुलेरा : (राजेन्द्र प्रजापति) : कस्बे में कोरोना वायरस संक्रमण को रोकने के लिए सरकार द्वारा किए गए लोग डाउन वह घरों से नहीं निकलने के लिए दिए गए निर्देशों के चलते हैं। पहली बार सिंजारे का पर्व फीका रहा सिंजारे के पर्व पर जहां महिलाएं सजधज कर एक जगह एकत्रित होकर सिंजारे के गीत गाया करती थी। वहीं इस वर्ष घरों से बाहर नहीं निकलने के कारण गीत गली मोहल्लों में नहीं गए गए। इसके अलावा सिंजारे के पर्व पर नवविवाहिताओं के ससुराल से सिंजारे पर ले जाने वाली सुहाग की सामग्रियां भी आवागमन की छूट नहीं होने के कारण नहीं पहुंच पाई। वही सिंजारा पर्व पर बड़े चाव से खाया जाने वाला मिष्ठान घेवर भी इस बार लोक डाउन के कारण महिलाओं को नहीं मिल पाया। इसी प्रकार शुक्रवार को गणगौर का त्यौहार भी लोकडाउन के कारण फीका ही निकला। वहीं पालिका अध्यक्ष रतन राजौरा ने जानकारी देते हुए बताया कि गणगौर के त्यौहार पर पालिका द्वारा कस्बे में ईश्वर-गणगौर की सवारी भी नहीं निकाली गई तथा इस बार गणगौर का मेला भी नहीं भरवाया गया। वही इस बार गणगौर पर्व पर महिलाओं द्वारा 16 दिन तक गणगौर पूजन करने के बाद किए, जाने वाले उद्यापन को भी महिलाएं नहीं कर पायी। क्योंकि लोक डाउन के चलते तथा कोरोना संक्रमण के कारण इस प्रकार के मौके पर मनाए जाने वाले उत्सव में लोग शामिल नहीं हो पाए। वहीं इस वर्ष गणगौर पूजने वाली बालिकाओं व महिलाओं में त्यौहार के प्रति उत्साह कम देखने को मिला।
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